प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सेना प्रमुख ने चेताया था कि सेना के पास हथियार और गोला-बारूद खत्म हो गए हैं। विपक्षी दलों के एक वर्ग ने चिट्ठी के लीक होने के लिए सेना प्रमुख पर कड़े प्रहार किए। इस पर जनरल सिंह ने भी एक बयान जारी कर इसे देशद्रोह की संज्ञा दी थी। सेना प्रमुख का कहना था कि ये आरोप उनकी प्रतिष्ठा गिराने के लिए लगाए जा रहे हैं। 14 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश तथा चिट्ठी लीक प्रकरण पर बवाल मचने के बाद जनरल वी.से सिंह और रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने सोमवार को पहली बार मुलाकात की।